इस कहानी संग्रह में लेखक अश्विनी कपूर द्वारा लिखी कई उत्कृष्ट कहानियां है। जोकि समाज की वर्तमान परिस्थितयों का आइना हैं। ''शक्तिहीन" एक भावनात्मक कहानी है। जोकि लगभग हर मध्यम वर्गीय परिवार की दशा को दर्शाती है। वही “मैं कहाँ ?” कहानी अश्विनी कपूर ने सन् 1975 में लिखी थी जब वह 20 साल के थे। उन्हें अपने आसपास के वातावरण में जो दिखता था, महसूस होता था उसे ही कभी कहनी, कविता तो कभी उपन्यास के रूप दे दिया करते। उन्होंने अपना कथानक चुना था अपने आसपास का वातावरण। किशोर मन का चित्रण। उनकी “कुंठाग्रस्त” और “बोझिल मन” कहनी भी युवा-मन का दर्पण है। उनकी यह आज के समय में उतनी ही सार्थक है जितनी उस समय थी।
"कृष्ण भाव" कहानी की रचना में जीवन के उतार-चढ़ाव को बड़ी बारीकि से दृर्शाया गया है। वही "राजरानी" अय्याशी में चूर जोड़े की राजा से रंक बनने की कहानी हैं।
नोट- आप ये सारी काहनियां बांयी तरफ दिए गए शीर्षकों पर किल्क करके पढ़ सकते हैं।